हेलो दोस्तों आप सभी का इस एक नए लेख में स्वागत है,आज अयोध्या में राम मंदिर की ‘प्राण प्रतिष्ठा “मुकेश अंबानी का घर एंटीलिया हुआ राममय, दिखी ‘जय श्री राम’ की कलाकृतियां | आज देसी ने ही पल की विदेश में भी राम-नाम के गूंज रही है, और राम की कलाकृतियों से जगमगा रहा है |
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हर कोई निहार रहा राम मंदिर की अनुपम छठा, दिव्यता और भव्यता से चमक उठी अयोध्या
Ram Mandir Pran Pratishtha Time Live Updates: अब से कुछ घंटों के बाद राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान आरंभ हो जाएगा। सभी मेहमानों का पहुंचना जारी है। रामलला के मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की विधि आज दोपहर 12 बजकर 20 मिनट से शुरू होगी। प्राण प्रतिष्ठा अभिजीत मुहूर्त और मृगशिरा नक्षत्र के शुभ संयोग में होगी।
आज पूरा देश राममय है और हो भी क्यों न। क्योंकि 22 जनवरी 2024 को वर्षों के बाद अयोध्या में भगवान राम के बाल स्वरूप राम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा का धार्मिक अनुष्ठान किया जा रहा है। इस मौके पर देशभर के सभी मंदिरों और घरों में भगवान राम की विशेष रूप से पूजा आराधना का कार्यक्रम चल रहा है। भगवान राम की पूजा रामायण और रामचरित मानस के पाठ के बिना अधूरा माना जाता है। रामचारित की चौपाइयों में प्रभु राम के जीवन से संबंधित की बातों को उल्लेख किया गया है। ऐसे में रामचारित मानस का पाठ अवश्य करना चाहिए। क्योंकि रामचारित मानस की चौपाइयों में हर परेशानियों का हल बताया गया है।
क्यों जरूरी है राम मंदिर के रामलला मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा
अब से कुछ पलो के बाद सभी राम भक्तों की इच्छाएं पूरी होने वाली है। दोपहर अभिजीत मुहूर्त में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान आरंभ हो जाएगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मूर्ति के दर्शन और पूजा-पाठ करने से पहले प्राण प्रतिष्ठा क्यों जरूरी माना गया है? हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार किसी भी मंदिर में देवी-देवता की मूर्ति स्थापित करने से पहले उस मूर्ति की विधि-विधान के साथ प्राण प्रतिष्ठा की जानी जरूरी होती है। प्राण प्रतिष्ठा का मतलब उस मूर्ति में प्राण की स्थापना करना यानी जीवन शक्ति को स्थापित करके मूर्ति को देवता के रूप में बदला जाता है। मूर्ति में प्राण प्रतिष्ठा के लिए वैदिक मंत्रों के उच्चारण और अनेकों तरह की पूजा विधियों के द्वारा उस मूर्ति में प्राण को स्थापित किया जाता है। इसी वैदिक परंपरा को प्राण प्रतिष्ठा कहते हैं। मूर्ति में प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद मूर्ति में भक्तों की प्रार्थना स्वीकार करने वरदान देने की शक्ति आ जाती है। किसी भी मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के कई चरण होते हैं, जिसे पूरा करके मूर्ति को स्थापित किया जाता है। प्राण प्रतिष्ठा के विभिन्न चरणों को अधिवास कहा जाता है। जैसे जलाधिवास, अन्नाधिवास, फलाधिवास, धृताधिवास आदि। मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा का वर्णन कई पुराणों और धर्म गंथ्रों में किया गया है।
प्राण प्रतिष्ठा से पहले मुकेश अंबानी का घर एंटीलिया हुआ राममय
22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ की पूर्व संध्या पर रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी का मुंबई आवास ‘जय श्री राम’ की कलाकृतियों से जगमगा उठा है. सबसे महंगे घर एंटीलिया का एक वीडियो में परिसर को रोशनी और दीयों के चित्रण और भगवान राम की जयकार करते हुए दिखाया गया है. मुकेश अंबानी, नीता अंबानी, ईशा-अनंत, आकाश-श्लोका और अनंत-राधिका नए राम मंदिर में ‘प्राण-प्रतिष्ठा’ समारोह में शामिल होने के लिए 22 जनवरी को अयोध्या में होंगे |
अयोध्या में राम मंदिर ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह से पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का आधिकारिक आवास भी रोशन किया गया. इससे पहले आज, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कल के प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने के लिए अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर का दौरा किया
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कब पहुंच रहे हैं अयोध्या
अयोध्या में सोमवार (22 जनवरी) को रामलला प्राण प्रतिष्ठा का भव्य कार्यक्रम होने वाला है | राम मंदिर का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करने वाले हैं, साथ ही वो इस कार्यक्रम के मुख्य यजमान भी हैं | जब प्रोग्राम में सिर्फ एक दिन का समय बचा है, तब पीएम मोदी के अयोध्या पहुंचने का शेड्यूल जारी हो गया है |
सोमवार की सुबह 10.25 पर पीएम मोदी का प्लेन अयोध्या एयरपोर्ट पर पहुंचेगा. इसके 20 मिनट बाद यानि 10.45 पर वो अयोध्या के हेलीपैड पर पहुंचेंगे| पीएम मोदी का श्री राम जन्मभूमि पर 10 बजकर 55 मिनट पर आगमन होगा. इसके बाद सुबह 11 बजे से दोपहर 12 बजे तक के लिए उनका कार्यक्रम रिजर्व रहेगा |
प्रभु श्री राम की मूर्ति का तस्वीर आया सामने
रामलला की 51 इंच (4.25 फिट ) की खड़ी प्रतिमा है | यह कमल आसन पर विराजित है | हाथ में धनुष- बाण है आसन मकराना संगमरमर से बनाया गया है | इस पर 4 फीट ऊंचा सिंहासन रखा जाएगा इसी पर रामलला विराजेेंगे | रामलला की मूर्ति को कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने बनाया है |
सूत्रों से मालूम चला है कि पूरे सिंहासन पर सोने की परत चढ़ाई जाएगी | मंदिर का शिखर भी सोने का होगा, लेकिन इस काम को बाद में किया जाएगा | जब गर्भ गृह में भक्त दर्शन करने पहुंचेंगे तो आसान ,सिंहासन और रामलला की प्रतिमा की कुल ऊंचाई करीब करीब 11 फीट होगी | सिंहासन और प्रतिमा की कुल ऊंचाई 8.25 फीट है जबकि आसान 3 फीट का है |