Ayodhya Ram Mandir : विवाद से लेकर विध्वंस निर्माण और उद्घाटन तक जानिए श्री राम जन्मभूमि अयोध्या का इतिहास

नमस्ते दोस्तों आप सभी का आज एक नए लेख में स्वागत है | आज हम जानेंगे -Ayodhya Ram Mandir : विवाद से लेकर विध्वंस निर्माण और उद्घाटन तक श्री राम जन्मभूमि अयोध्या का इतिहास |

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Ayodhya नागर का इतिहास

अयोध्या (Ayodhya) जिसे साकेत (Saket) और राम नगरी (Ram Nagari) भी कहा जाता है। भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित एक ऐतिहासिक और घार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण नगर है। यह पवित्र सरयू नदी के तट पर बसा हुआ है और अयोध्या जिले का मुख्यालय है। इतिहास में इसे ‘कोशल जनपद‘ भी कहा जाता था। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार अयोध्या में सूर्यवंशी/रघुवंशी/अर्कवंशी राजाओं का राज हुआ करता था, जिसमें भगवान् श्री राम ने अवतार लिया।

Ayodhya Ram Mandir का इतिहास

अयोध्या राम जन्मभूमि देश की सबसे लंबे चलने वाले केस में एक है | राम जन्मभूमि का इतिहास बहुत पुराना है | 1528 से लेकर 2023 तक श्री राम जन्मभूमि के पूरे 495 वर्षों के इतिहास में कई मोड़ आए | इसमें 9 नवंबर 2019 का दिन बेहद खास रहा जब पांच जजों की संवैधानिक बेंच ने ऐतिहासिक फैसला सुनाया |

1528 मुगल बादशाह बाबर के सिपाही मीरबक्की ने विवादित जगह पर मस्जिद का निर्माण कराया | 8 मार्च 2019 को सुप्रीम कोर्ट ने मामले को मध्यस्थ के लिए भेजा और 8 सप्ताह के भीतर कार्यवाही को खत्म करने के आदेश दिए | इसके बाद 1 अगस्त को मध्यस्थता पैनल ने रिपोर्ट पेश की और 2 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट मध्यस्थता पैनल मामले में समाधान निकालने में कामयाब नहींरहा | इस बिच सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या मामले को लेकर प्रतिदिन सुनवाई होने लगी और 16 अगस्त 2019 को सुनवाई पूरी होने के बाद फैसला सुरक्षित रखा गया |

सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों की बेंच ने श्री राम जन्मभूमि के पक्ष में फैसला सुनाया | वही 2.77 एकड़ विवादित भूमि हिंदू पक्ष को मिली और मस्जिद के लिए अलग से 5 एकड़ जमीन मुस्लिम पक्ष को मुहैया कराने का आदेश दिया|

Ayodhya Ram Mandir का निर्माण कार्य

25 मार्च 2020 को पूरे 28 साल बाद रामलला टेंट से निकलकर फाइबर मंदिर में शिफ्ट हुए और इसके बाद 5 अगस्त 2020 को राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन किया गया |

अब एक बार फिर से श्री राम की जन्मभूमि अयोध्या में रामलला का भव्य मंदिर बनकर तैयार हो चुका है | 22 जनवरी 2024 को रामलाल के भव्य मंदिर का अभिषेक होगा | इस तरह से सालों -साल चला इस विवाद का अंत होगा और रामलाल की पूजा आराधना की जाएगी |

22 जनवरी 2024 को भव्य राम मंदिर का अभिषेक

करीब 500 साल के लंबे इंतजार और करी लड़ाई के बाद आखिरकार 22 जनवरी 2024 को श्री राम जन्मभूमि अयोध्या में भव्य राम मंदिर का अभिषेक समारोह आयोजित किया जाएगा | यह सनातन प्रेमियों के लिए भक्ति ख़ुशी और उत्साह का पल होगा | यह अवसर एक त्यौहार के समान होगा 22 जनवरी को राम मंदिर के अभिषेक और प्राण प्रतिष्ठा के बाद 24 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मंदिर का उद्घाटन किया जाएगा | फिर सभी भक्तगण मंदिर में रामलला के दर्शन कर पाएंगे |

22 जनवरी को अयोध्या न आएं, घर में श्रीराम ज्योति जलाएं, PM मोदी की लोगों से अपील

 

पीएम नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में रोड शो किया और लोगों का अभिवादन किया। इसके अलावा अयोध्या एयरपोर्ट और नवनिर्मित रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया।यहां एक रैली में उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया उत्सुकता के साथ 22 जनवरी के ऐतिहासिक क्षण का इंतजार कर रही है। भारत की मिट्टी के कण-कण और भारत के जन-जन का मैं पुजारी हूं और मैं भी आपकी तरह उतना ही उत्सुक हूं। एक समय था, जब यहीं अयोध्या में रामलला टेंट में विराजमान थे। आज पक्का घर सिर्फ रामलला को ही नहीं देश के चार करोड़ गरीबों को मिला है।’

22 जनवरी को राम मंदिर गर्भगृह में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। मोदी ने लोगों से कहा, ‘देशवासियों से हाथ जोड़कर प्रार्थना है कि 22 जनवरी को अयोध्या आने का प्रयास न करें। इसकी जगह जब अयोध्या में प्रभु श्रीराम विराजमान हों तो सभी लोग दीपावली मनाएं। अपने-अपने घरों में श्रीराम ज्योति जलाएं। 22 जनवरी की शाम पूरा हिन्दुस्तान जगमग होना चाहिए। जब हमने साढ़े पांच सौ साल इंतजार किया है तो कुछ दिन और इंतजार करना होगा।’

Ayodhya Ram Mandir

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