गेम के प्रमोशन के लिए उनके वीडियो पर उन्ही की आवाज डब की गई बोले नकली और गलत है | सचिन तेंदुलकर डीप फेक का शिकार हुए हैं |
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सचिन तेंदुलकर डीप फेक का शिकार होने के बाद क्या कहा
पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर हाल ही में डीप फेक का शिकार हुए हैं | उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है | जिसमें वह “स्काईवर्ड एविएटर क्वेस्ट “गेमिंग एप को प्रमोट करते नजर आ रहे हैं |
खुद सचिन ने सोशल मीडिया पर इस वीडियो को पोस्ट करके लिखा कि यह वीडियो नकली है |और आपको धोखा देने के लिए बनाया गया है | टेक्नोलॉजी का इस प्रकार का दुरुपयोग बिल्कुल गलत है | उन्होंने इस मैसेज के साथ भारत सरकार सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर और महाराष्ट्र साइबर पुलिस को टैग किया है | सचिन तेंदुलकर वीडियो में यह भी कहते हुए नजर आते हैं कि एक इंटरव्यू देते देते मैंने अभी तुरंत ₹6 लख रुपए कमा लिए हैं | और मुझे ऐसे पैसे कमाने में कोई हर्ज नहीं है |
सचिन तेंदुलकर ने कहा की सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को भी सावधान रहना चाहिए | और उनके खिलाफ की गई शिकायत पर जल्द से जल्द एक्शन लेना चाहिए उनकी भूमिका इस बारे में बहुत जरूरी है ताकि गलत सूचना और खबरों को रोका जा सके और डीप फेक का प्रयोग खत्म हो |
नवंबर में रश्मिका मन्दाना का डीप फेक वीडियो वायरल हुआ था
पिछले साल नवंबर में रश्मिका मन्दाना का एक डिफ फेक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था | जिसमें AI टेक्नोलॉजी से एक इनफ्लुएंसर के चेहरे पर बड़ी सफाई से रश्मिके का चेहरा मोर्फ किया गया था | सोशल मीडिया पर हजारों लोगों ने रश्मिका के इस फेक वीडियो को असली समझ लिया क्योंकि उसमें दिख रहे एक्सप्रेशन बिल्कुल रियल लग रहे थे | इस वीडियो में रश्मिका एक लिफ्ट से बाहर आती हुई नजर आ रही थी | इसको लेकर रश्मिका ने पुलिस स्टेशन में FIR भी दर्ज करवाया था | फिर दर्ज होने के बाद एक लड़के को गिरफ्तार किया गया था | AI टेक्नोलॉजी जब से आई है इसका बहुत ही दुरुपयोग बढ़ गया है |
वीडियो में सचिन की बेटी सारा तेंदुलकर का भी जिक्र आया है |
इस फेक वीडियो में सचिन तेंदुलकर यह कहते नजर आते हैं | कि उनकी बेटी सारा इस गेम से रोजाना बड़ी मात्रा में पैसे निकलते हैं | वे लोगों को बताते हैं कि मुझे आश्चर्य होता है कि अब अच्छा पैसा कमाना कितना आसान हो गया है |
सचिन का व्यक्तिगत जीवन
राजापुर के शाश्वत ब्राह्मण परिवार में जन्मे सचिन का नाम उनके पिता रमेश तेंदुलकर ने अपने चहेते संगीतकार सचिन देव बर्मनके नाम पर रखा था। सचिन के पिता मराठी स्कूल में शिक्षक थे। उनके बड़े भाई अजीत तेंदुलकर ने उन्हें क्रिकेट खेलने के लिये प्रोत्साहित किया था। सचिन के एक भाई नितिन तेंदुलकर और एक बहन सविताई तेंदुलकर भी हैं। 24 मई, 1995 के दिन सचिन ने डॉ. अंजलि महेता से शादी की थी, मूल गुजरात की डॉ. अंजलि बालरोग निष्णात है। सचिन और अंजलि दोनो पहली बार एयरपोर्ट पर मिले थे, उस वक्त अंजली को सचिन और क्रिकेट दोनों के बारे में कोई ज्यादा ज्ञान नही था। सचिन और अंजलि के दो बच्चें है, बड़ी बेटी सारा तेंदुलकर और बेटा अर्जुन तेंदुलकर है।
सचिन ने शारदाश्रम विद्यामन्दिर में अपनी शिक्षा ग्रहण की। वहीं पर उन्होंने प्रशिक्षक (कोच) रमाकान्त अचरेकर के सान्निध्य में अपने क्रिकेट जीवन का आगाज किया। तेज गेंदबाज बनने के लिये उन्होंने एमआरएफ स्पेस फाउंडेशन के अभ्यास कार्यक्रम में शिरकत की पर वहाँ तेज गेंदबाजी के कोच डेनिस लिली ने उन्हें पूर्ण रूप से अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान केन्द्रित करने को कहा।
सचिन तेंदुलकर कौन है
सचिन रमेश तेंदुलकर , जन्म: 24 अप्रैल 1973) क्रिकेट के इतिहास में विश्व के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज में माने जाते हैं। भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित होने वाले वह सर्वप्रथम खिलाड़ी और सबसे कम उम्र के व्यक्ति हैं राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित होने वाले पहले क्रिकेट खिलाड़ी हैं। सन् २००८ में वे पद्म विभूषण से भी पुरस्कृत किये जा चुके है।
सन् 1991 में अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण के पश्चात् उन्होंने बल्लेबाजी में भी कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं। उन्होंने टेस्ट व एक दिवसीय क्रिकेट, दोनों में सर्वाधिक शतक अर्जित किये हैं। वे टेस्टक्रिकेट में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ हैं। इसके साथ ही टेस्ट क्रिकेटमें १४००० से अधिक रन बनाने वाले वह विश्व के एकमात्र खिलाड़ी हैं। एकदिवसीय मैचों में भी उन्हें कुल सर्वाधिक रन बनाने का कीर्तिमान प्राप्त है उन्होंने अपना पहला प्रथम श्रेणी क्रिकेट मैच मुम्बई के लिये १४ वर्ष की आयु में खेला था। उनके अन्तर्राष्ट्रीय खेल जीवन की शुरुआत १९८९ में पाकिस्तान के विरुद्ध कराची से हुई।
2001 में, सचिन तेंदुलकर अपनी 259 पारी में 10,000 ओडीआई रन पूरा करने वाले पहले बल्लेबाज बने। बाद में अपने करियर में, तेंदुलकर भारतीय दल का हिस्सा थे जिन्होंने 2011 क्रिकेट विश्व कपजीता, भारत के लिए छह विश्व कप के प्रदर्शन में उनकी पहली जीत। दक्षिण अफ्रीका में आयोजित टूर्नामेंट के 2003 संस्करण में उन्हें पहले “प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट” नाम दिया गया था। 2013 में, वे विस्डेन क्रिकेटर्स के अल्मनैक की 150 वीं वर्षगांठ को चिह्नित करने के लिए नामित एक अखिल भारतीय टेस्ट वर्ल्ड इलेवन में शामिल एकमात्र भारतीय क्रिकेटर थे। सचिन क्रिकेट जगत के सर्वाधिक प्रायोजित खिलाड़ी हैं और विश्व भर में उनके अनेक प्रशंसक हैं। उनके प्रशंसक उन्हें प्यार से भिन्न-भिन्न नामों से पुकारते हैं जिनमें सबसे प्रचलित लिटिल मास्टर व मास्टर ब्लास्टर है। क्रिकेट के अलावा वह अपने ही नाम के एक सफल रेस्टोरेंट के स्वामी भी हैं।
सचिन तेंदुलकर भूतपूर्व राज्यसभा सांसद भी रह चुके हैं। सन् २०१२ में उन्हें राज्यसभा के सदस्य के रूप में नामित किया गया था।
क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर पर एक बायोपिक फिल्म सचिन ने विलियम ड्रीम्स बनाई जा चुकी है। इस फ़िल्म का टीज़र भी बहुत रोमांचक हैं। टीजर में सचिन को उन्हीं की कहानी सुनाते हुए देखेंगे जो एक शरारती बच्चे से एक हीरो बनकर उभरता है। ख़ुद सचिन तेंदुलकर का भी ये मानना है कि क्रिकेट खेलने से अधिक चुनौतीपूर्ण अभिनय करना है। सचिन – ए बिलियन ड्रीम्स’ का निर्माण श्रीकांत भासी और रवि भगचंदका ने किया है और इसका निर्देशन जेम्स अर्सकिन ने।
सचिन ने 14 साल की आयु में क्रिकेट खेलना शुरू किया था |