नमस्ते दोस्तों आज के एक नए लेख में आप सभी का स्वागत है-कतर के जेल में बंद भारतीय नौसेना के आठ पूर्व अधिकारियों को छुड़ाने में जुटी भारतीय सरकार को बड़ी कूटनीतिक कामयाबी मिली है | इनमें से सात नौसेना अधिकारी स्वदेश लौट आए हैं | इस प्रकार से भारत सरकार को बड़ी कूटनीतिक कामयाबी मिली है |
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भारतीय सैनिक को गिरफ्तार क्यों किया गया था
अगस्त 2022 में निजी शिपिंग कंपनी अलदाहरा में काम करने वाले पूर्व 8 भारतीय नौसैनिक अधिकारियों को कथित तौर पर जासूसी के एक मामले में कतर सरकार के द्वारा गिरफ्तार किया गया था |
25 मार्च 2023 को उनके खिलाफ आरोप पत्र दायर किया गया और कतर के कानून के तहत 8 पूर्व भारतीय नौसैनिक अधिकारियों पर मुकदमा चलाया गया | 26 अक्टूबर 2023 को कतर के न्यायालय ने प्रथम दृष्टि में इन्हें दोषी पाया और फांसी की सजा सुना दी | 28 दिसंबर 2023 को खाड़ी देश के अपीलिये अदालत ने मृत्युदंड के सजा को 25 साल के कैद में तब्दील कर दिया | 12 फरवरी को इन्हें रिहा कर दिया गया | उनकी गिरफ्तारी के बाद से ही भारत सरकार उनकी रिहाई और वतन वापसी के लिए प्रयासरत थी |
स्वदेश लौटे पूर्व नौ सैनिक अधिकारियों ने जैसे भारत पहुंचा भारत माता की जय के नारे लगाए
ए एन आई के अनुसार कतर में गिरफ्तार किए गए पूर्व भारतीय नौसैनिक अधिकारियों को जैसे ही कतर सरकार के द्वारा रिहा किया गया | 8 नौसैनिक अधिकारियों में से 7 नौसैनिक अधिकारी सोमवार को ही भारत लौट आए | जैसे ही सभी अधिकारी विमान से उतरे भारत माता की जय के नारे लगाए |
इन पूर्व नौसेना कर्मियों में से एक ने कहा ” मैं अंततः सुरक्षित घर वापस आकर राहत और खुशी महसूस कर रहा हूं | मैं प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद देना चाहता हूं | क्योंकि यह संभव नहीं होता अगर हमारी रिहाई सुनिश्चित करने के लिए उनका व्यक्तिगत हस्तक्षेप ना होता ” , एक अन्य ने कहा “पीएम मोदी के हस्तक्षेप के बिना हम स्वतंत्र नहीं हो पाते | एक एन नागरिक ने कहा कि हमने भारत आने के लिए करीब 18 महीने तक इंतजार किया | हम सुरक्षित वतन वापसी के लिए प्रधानमंत्री मोदी के बहुत आभारी हैं | यहां यह भी बता दे कि रिहा किए गए इन सभी पूर्व अधिकारियों का भारतीय नौसेना में 20 वर्षों तक बेदाग कार्यकाल रहा है |
कतर सरकार के द्वारा रिहा किए गए पूर्व भारतीय नौसैनिक अधिकारी कौन-कौन है
कतर की शिपिंग कंपनी में कार्यरत इन भारतीय नौसैनिक पूर्व अधिकारियों को जासूसी के आरोप में अगस्त 2022 में गिरफ्तार किया गया था | अब इन्हें रिहा कर दिया गया है | इनमें रिटायर्ड कैप्टन नवतेज गिल और सौरव वशिष्ठ सेवा निवृत कमांडर पूर्णेन्दु तिवारी,अमित नागपाल, एसके गुप्ता ,बीके वर्मा, सुगणकर पकला और नाविक राकेश शामिल है | यह जिस कंपनी में काम कर रहे थे ,उसे कंपनी को भी बंद कर दिया जा चुका है | रिटायर्ड कमांडर तिवारी के अलावा अन्य सभी पूर्ण नौसैनिक अधिकारी सोमवार सुबह 2:35 बजे एक निजी एयरलाइन से दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंचे कुछ लंबित कागजी कार्रवाई के चलते तिवारी वापस नहीं लौट सके | हालांकि विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह भी शीघ्र वतन आएंगे विदेश मंत्रालय ने सोमवार को सुबह एक बयान में कहा कि भारत कतर के शासक अमीर शेख तमीम बिन अहमद धानी के भारतीयों के रिहाई और वतन वापसी को लिए गए फैसले कि सहारना करता है ,साथ ही उसने धानी को धन्यवाद व्यक्त किया |
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार डोभाल ने भारतीयों के लिए हाई सुनिश्चित करने में निभाई अहम भूमिका
जासूसी के आरोप में सभी को सुनाई गई थी फांसी की सजा फिर 25 साल की कैद में बदल दी गई थी | मोदी ने दिसंबर में की थी कतर के शासन से मुलाकात उसके बाद उनकी रिहाई की तेज हुई थी कूटनीतिक कोशिश 14 फरवरी को कतर जाएंगे मोदी ,वहां के शासक अलथानी से होगी मुलाकात ,राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने उनकी रिहाई को लेकर कई बार कतर का दौरा किया और उनकी रिहाई में अहम भूमिका निभाया और अंत में उनकी रिहाई करवा कर ही रहे |
कतर में गिरफ्तार पूर्व भारतीय नौसैनिक अधिकारियों पर प्रधानमंत्री मोदी की नजर बनी हुई थी
विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने कहा पीएम मोदी कतर में गिरफ्तार भारतीय नौसैनिक अधिकारियों से जुड़े मामले की जानकारी ले रहे थे | इसके पहले भी मोदी ने दिसंबर 2023 में “काप 28 “बैठक के दौरान दुबई में ही थानी से मुलाकात की थी और भारतीय नौसैनिकों की कैद का मामला उठाया था | इन दोनों के बीच अब 14 फरवरी को भी विमर्श होगा | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं 14 फरवरी को कतर की राजधानी दोहा जाएंगे पीएम 13 फरवरी को पहले uae जाएंगे और वहां से वह अगले दिन कतर में कुछ घंटे की यात्रा पर होंगे |
प्रधानमंत्री मोदी की कतार यात्रा कल से
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 फरवरी को कतर की राजधानी दोहा की यात्रा करेंगे | इससे पहले में 13 और 14 फरवरी को संयुक्त अरब अमीरात के दौरे पर जाएंगे | विदेश सचिव विनय मोहन क्वात्रा ने सोमवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मोदी और कतर के अमीर शेख तमीम बिन अहमद अल थानि द्विपक्षीय संबंधों को और विस्तार देने के लिए व्यापक बातचीत करेंगे |
मोदी अबू धाबी में मंगलवार को आयोजित जीस ” अहलान मोदी “ सामुदायिक कार्यक्रम को संबोधित करने वाले हैं | उसका समय यूएई में खराब मौसम के कारण घटा दिया गया है | कार्यक्रम की तैयारी से जुड़े एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी अरबी भाषा में अहलान मोदी का मतलब “हेलो मोदी ” है | पूरे यूएई में रात भर भारी बारिश और गरज के साथ बिजली चमकने की घटना दर्ज की गई | बारिश से यातायात जाम के साथ जल जमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई | जिसके कारण अहलान मोदी कार्यक्रम को छोटा करने का निर्णय लिया गया | समुदाय के नेता संजीव पुरुषोत्तमन ने बताया कि अबू धाबी के जायद स्पोर्ट्स सिटी स्टेडियम में प्रधानमंत्री मोदी के अब तक के सबसे बड़े प्रवासी कार्यक्रम में से एक की तैयारी अच्छी चल रही थी | लेकिन खराब मौसम के कारण इसमें लोगों के भागीदारी को 80000 से घटकर 35000 कर दिया गया | पहले यह बताया गया था | उन्होंने कहा कि कार्यक्रम स्थल पर 1000 से अधिक स्वयंसेवक तैनात रहेंगे और 500 से अधिक बसें संचालित की जाएंगे |